[Best] Top 10 Krishna Bhajan Lyrics in Hindi | भगवान् कृष्ण के Top 10 भजन की लिरिक्स

Top 10 Krishna Bhajan Lyrics in Hindi: यहाँ हमने भगवान् श्री कृष्ण के 10 सबसे सुन्दर और प्रचलित भजन की लिरिक्स आपसे शेयर की है|

Top 10 Krishna Bhajan Lyrics in Hindi

भगवान् श्री कृष्ण के भजन को गाने या सुनने मात्र से मन प्रफुल्लित और आत्मा तृप्त हो जाता है| ऐसे ही कुछ भजन हमने आपसे यहाँ शेयर किये है जो की भगवान् श्री कृष्ण पर आधारित है और सबसे प्रचलित है| यहाँ दिए गये कृष्ण भजन की की अनुक्रमणिका कुछ इस प्रकार है|

भगवान् श्री कृष्ण के 10 सबसे बढ़िया भजन की लिरिक्स

Krishna Bhajan: श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी…

सच्चिदानंद रूपाय विश्वोत्पत्यादिहेतवे,
तापत्रय विनाशाय श्री कृष्णाय वयं नम: ॥
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
हे नाथ नारायण…॥
पितु मात स्वामी, सखा हमारे,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
हे नाथ नारायण…॥
॥ श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी…॥

बंदी गृह के, तुम अवतारी
कही जन्मे, कही पले मुरारी
किसी के जाये, किसी के कहाये
है अद्भुद, हर बात तिहारी ॥
है अद्भुद, हर बात तिहारी ॥
गोकुल में चमके, मथुरा के तारे
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
पितु मात स्वामी, सखा हमारे,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

अधर पे बंशी, ह्रदय में राधे
बट गए दोनों में, आधे आधे
हे राधा नागर, हे भक्त वत्सल
सदैव भक्तों के, काम साधे ॥
सदैव भक्तों के, काम साधे ॥
वही गए वही, गए वही गए
जहाँ गए पुकारे
हे नाथ नारायण वासुदेवा॥

श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
पितु मात स्वामी सखा हमारे,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

गीता में उपदेश सुनाया
धर्म युद्ध को धर्म बताया
कर्म तू कर मत रख फल की इच्छा
यह सन्देश तुम्ही से पाया
अमर है गीता के बोल सारे
हे नाथ नारायण वासुदेवा॥

श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
पितु मात स्वामी सखा हमारे,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

त्वमेव माता च पिता त्वमेव
त्वमेव बंधू सखा त्वमेव
त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव
त्वमेव सर्वं मम देव देवा
॥ श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी…॥

राधे कृष्णा राधे कृष्णा
राधे राधे कृष्णा कृष्णा॥
राधे कृष्णा राधे कृष्णा
राधे राधे कृष्णा कृष्णा॥

हरी बोल, हरी बोल,
हरी बोल, हरी बोल॥

राधे कृष्णा राधे कृष्णा
राधे राधे कृष्णा कृष्णा
राधे कृष्णा राधे कृष्णा
राधे राधे कृष्णा कृष्णा॥


Krishna Bhajan: काली कमली वाला मेरा यार है…

काली कमली वाला मेरा यार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है,
तु मेरा यार है, मेरा दिलदार है।।

मन मोहन मैं तेरा दीवाना,
गाउँ बस अब यही तराना,
श्याम सलोने तू मेरा रिजवार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है।।

तु मेरा मैं तेरा प्यारे,
यह जीवन अब तेरे सहारे,
हाथ तेरे इस जीवन की पतवार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है।।

पागल प्रीत की एक ही आशा,
दर्दे दिल दर्शन का प्यासा,
तेरे हर वादे पे मुझे ऐतबार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है।।

तुझको अपना मान लिया है,
यह जीवन तेरे नाम किया है,
चित्र विचित्र को बस तुमसे ही प्यार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है।।

काली कमली वाला मेरा यार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है,
तु मेरा यार है, मेरा दिलदार है।।


Krishna Bhajan: अच्युतम केशवं कृष्ण दामोदरं…

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

कौन कहता हे भगवान आते नहीं,
तुम मीरा के जैसे बुलाते नहीं ।

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

कौन कहता है भगवान खाते नहीं,
बेर शबरी के जैसे खिलाते नहीं ।

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

कौन कहता है भगवान सोते नहीं,
माँ यशोदा के जैसे सुलाते नहीं ।

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

कौन कहता है भगवान नाचते नहीं,
गोपियों की तरह तुम नचाते नहीं ।

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

नाम जपते चलो काम करते चलो,
हर समय कृष्ण का ध्यान करते चलो ।

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

याद आएगी उनको कभी ना कभी,
कृष्ण दर्शन तो देंगे कभी ना कभी ।

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।


Krishna Bhajan: अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो…

​दोहा – देखो देखो ये गरीबी, ये गरीबी का हाल,
कृष्ण के दर पे, विस्वास लेके आया हूँ,
मेरे बचपन का यार है, मेरा श्याम,
यही सोच कर मै,आस करके आया हूँ।।

अरे द्वारपालों, कन्हैया से कह दो,
दर पे सुदामा, गरीब आ गया है,
भटकते भटकते, ना जाने कहाँ से,
तुम्हारे महल के, करीब आ गया है।।

ना सर पे हैं पगड़ी, ना तन पे हैं जामा,
बतादो कन्हैया को, नाम है सुदामा,
इक बार मोहन, से जाकर के कहदो,
मिलने सखा बद, नसीब आ गया है।।

अरे द्वारपालो, कन्हैया से कह दो,
दर पे सुदामा, गरीब आ गया है।

सुनते ही दौड़े, चले आये मोहन,
लगाया गले से, सुदामा को मोहन,
हुआ रुक्मणि को, बहुत ही अचम्भा,
ये मेहमान कैसा, अजीब आ गया है।।

अरे द्वारपालो, कन्हैया से कह दो,
दर पे सुदामा, गरीब आ गया है।

बराबर में अपने, सुदामा बैठाये,
चरण आँसुओ से, श्याम ने धुलाये,
ना घबराओ प्यारे, जरा तुम सुदामा,
ख़ुशी का समां तेरे, करीब आ गया है।।

अरे द्वारपालो, कन्हैया से कह दो,
दर पे सुदामा, गरीब आ गया है।

अरे द्वारपालों, कन्हैया से कह दो,
दर पे सुदामा, गरीब आ गया है,
भटकते भटकते, ना जाने कहाँ से,
तुम्हारे महल के, करीब आ गया है।।


Krishna Bhajan: गोविन्द बोलो हरी गोपाल बोलो….

गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो,
राधा – रमण हरी गोपाल बोलो,
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो,
जै – जै श्याम
राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम…

ओ री ओ मोसे मोरा श्याम रूठा
कहे मोरा भाग फूटा,
कहे मैने पाप धोए,
आँसुवान बीज बोए
च्छूप-च्छूप मीयर्रा रोए,
दर्द ना जाने कोई
जै – जै श्याम
राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम…

विष का प्याला पीना पड़ा है,
मारकर भी मोहे जीना पड़ा है,
नैन मिलाए गिरधर से
गिर गई जो अपनी ही नज़र से,
रो-रो नैना खोए ।

च्छूप-च्छूप मीयर्रा रोए
दर्द ना जाने कोई,
जै – जै श्याम
राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम…

गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो,
राधा-रमण हरी गोपाल बोलो,
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो,
जै – जै श्याम
राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम…


Krishna Bhajan: छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल…

छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल,
छोटो सो मेरो मदन गोपाल।।

आगे आगे गईया पीछे पीछे ग्वाल,
बीच में मेरो मदन गोपाल।।

कारी कारी गैया गोरे गोरे ग्वाल,
श्याम वरण मेरो मदन गोपाल।।

घास खाए गैया दुध पीवे ग्वाल,
माखन खावे मेरो मदन गोपाल।।

छोटी छोटी लकुटी छोले छोटे हाथ,
बंसी बजावे मेरो मदन गोपाल।।

छोटी छोटी सखियाँ मधुबन बाग़,
रास राचावे मेरो मदन गोपाल।।

छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल,
छोटो सो मेरो मदन गोपाल।।


Krishna Bhajan: जरा इतना बतादे कान्हा…

श्लोकश्याम का काला बदन,
और श्याम घटा से काला,
शाम होते ही,
गजब कर गया मुरली वाला।।

जरा इतना बता दे कान्हा,
कि तेरा रंग काला क्यों,
तु काला होकर भी जग से,
इतना निराला क्यों।।

मैंने काली रात में जन्म लिया,
और काली गाय का दूध पीया,
कजरे का रंग भी काला,
कमली का रंग भी काला,
इसी लिए मै काला।।

सखी रोज़ ही घर में बुलाती है,
और माखन बहुत खिलाती है,
सखिओं का दिल भी काला,
इसी लिए मै काला।।

मैंने काले नाग पर नाच किया,
और काले नाग को नाथ लिया,
नागों का रंग भी काला,
यमुना का रंग भी काला,
इसी लिए मै काला।।

सावन में बिजली कड़कती है,
बादल भी बहुत बरसतें है,
बादल का रंग भी काला,
बिजली का रंग भी काला,
इसी लिए मै काला।।

सखी नयनों में कजरा लगाती है,
और नयनों में मुझे बिठाती है,
कजरे का रंग भी काला,
नयनों का रंग भी काला,
इसी लिए मै काला।।

जरा इतना बता दें कान्हा,
कि तेरा रंग काला क्यों,
तु काला होकर भी जग से,
इतना निराला क्यों।।


Krishna Bhajan: मधुराष्टकं…

अथ श्री मधुराष्टकं
अधरं मधुरं वदनं मधुरं नयनं मधुरं हसितं मधुरम् ।
हृदयं मधुरं गमनं मधुरं मधुराधिपते रखिलं मधुरम्।।
वचनं मधुरं चरितं मधुरं वसनं मधुरं वलितं मधुरम् ।
चलितं मधुरं भ्रमितं मधुरं मधुराधिपते रखिलं मधम्रम् ।।
वेणुर्मधुरो रेणुर्मधुरः पाणिर्मधुरः पादौ मधुरौ ।
नृत्यं मधुरं सख्यं मधुरं मधुराधिपते रखिलं मधुरम् ।।
गीतं मधुरं पीतं मधुरं भुक्तं मधुरं सुप्तं मधुरम् ।
रूपं मधुरं तिलकं मधुरं मधुराधिपते रखिलं मधुरम् ।।
करणं मधुरं तरणं मधुरं हरणं मधुरं रमणं मधुरम् ।
वमितं मधुरं शमितं मधुरं मधुराधिपते रखिलं मधुरम्।।
गुञ्जा मधुरा माला मधुरा यमुना मधुरा वीची मधुरा।
सलिलं मधुरं कमलं मधुरं मधुराधिपते रखिलं मधुरम् ।।
गोपी मधुरा लीला मधुरा युक्तं मधुरं मुक्तं मधुरम्।
दृष्टं मधुरं सृष्टं मधुरं मधुराधिपते रखिलं मधुरम् ।।
गोपा मधुरा गावो मधुरा यष्टिर्मधुरा सृष्टिर्मधुरा।
दलितं मधुरं फलितं मधुरं मधुराधिपते रखिलं मधुरंम्।।
।।अथ श्री वल्लभाचार्य विरचितं मधुराष्टकं संपूर्णम्।।


Krishna Bhajan: वो मुरली याद आती है सुन कान्हा सुन…

ये तेरी रस भरी मुरली मेरे मन को तडपाती है
वो मुरली याद आती है सुन कान्हा सुन
सुन कान्हा सुन मुरली ना बजा

तुम्हारी याद में कान्हा मै दिन दिन भटकती हु
जो आई रात तैरन को मै मछली सी तडपती हु
ये तेरी सांवरी सूरत मेरे मन को तडपाती है
वो सूरत याद आती है सुन कान्हा सुन
सुन कान्हा सुन वो मुरली याद आती है

सुना है आपने मथुरा में पापी कंस को मारा
बचाए देव की वसुदेव दुलारा नन्द के लाला
बचायी लाज द्रोपद की घटी ना पांच गज साडी
वो साड़ी याद आती है वो सूरत याद आती है

ये तेरी रस भरी मुरली मेरे मन को लुभाती है
वो मुरली याद आती है सुन कान्हा सुन
सुन कान्हा सुन मुरली ना बजा
ओ मुरली याद आती है वो मुरली याद आती है


Krishna Bhajan: मुझे रास आ गया है…

मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना,
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना

मुझे कौन जानता था, तेरी बंदगी से पहले,
तेरी याद ने बनादी, मेरी ज़िन्दगी फ़साना
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना….

मुझे इस का ग़म नहीं है , के बदल गया ज़माना
मेरी ज़िन्दगी के मालिक, कहीं तुम बदल ना जाना
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना….

यह सर वो सर नहीं है जिसे रख दूँ फिर उठा लूं ।
जब चढ़ गया चरण में आता नहीं उठाना
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना….

दुनियां की खा के ठोकर मैं आया तेरे द्वारे ।
मेरे मुरली वाले मोहन, अब और ना सताना
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना….

तेरी सांवली सी सूरत, मेरे मन में बस गयी है
ए संवारे सलोने, अब और ना सताना
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना….

मेरी आरज़ू यही है , दम निकले तेरे दर पे,
अभी सांस चल रही है , अभी तुम चले ना जाना
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना….

मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना,
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना


यहाँ हमने आपसे भगवान् श्री कृष्ण के सबसे प्रचलित और पसंदीदा भजन की लिरिक्स(Top 10 krishna Bhajan Lyrics) दी है| यहाँ दिए गए भजन के अलावा अगर आप कृष्ण भगवान के और भी bhajan की lyrics देखना चाहते है तो निचे दिए गए Button पर क्लीक करे|

Print Friendly, PDF & Email

Leave a Comment